यीशु ने मूसा माना.
यूहन्ना 5:46
तो तुम मुझमें भी विश्वास करते क्योंकि उसने मेरे बारे में लिखा है।
यीशु हाबिल की पुष्टि की.
मत्ती 23:35
“परिणामस्वरूप
निर्दोष हाबील से लेकर बिरिक्याह के बेटे जकरयाह तक जिसे तुमने मन्दिर के
गर्भ गृह और वेदी के बीच मार डाला था, हर निरपराध व्यक्ति की हत्या का दण्ड
तुम पर होगा।
यीशु ने बाढ़ की पुष्टि की.
मत्ती 24:37-39
37 “जैसे नूह के दिनों में हुआ, वैसे ही मनुष्य का पुत्र का आना भी होगा। 38 वैसे ही जैसे लोग जलप्रलय आने से पहले के दिनों तक खाते-पीते रहे, ब्याह-शादियाँ रचाते रहे जब तक नूह नाव पर नहीं चढ़ा। 39 उन्हें तब तक कुछ पता नहीं चला जब तक जलप्रलय न आ गया और उन सब को बहा नहीं ले गया।
“मनुष्य के पुत्र का आना भी ऐसा ही होगा।
यीशु निर्माता है.
यूहन्ना 1:1-3
आदि में शब्द था। शब्द परमेश्वर के साथ था। शब्द ही परमेश्वर था। 2 यह शब्द ही आदि में परमेश्वर के साथ था। 3 दुनिया की हर वस्तु उसी से उपजी। उसके बिना किसी की भी रचना नहीं हुई।
कुलुस्सियों 1:16
क्योंकि जो कुछ स्वर्ग में है और धरती पर है,
उसी की शक्ति से उत्पन्न हुआ है।
कुछ भी चाहे दृश्यमान हो और चाहे अदृश्य, चाहे सिंहासन हो चाहे राज्य, चाहे कोई शासक हो और चाहे अधिकारी,
सब कुछ उसी के द्वारा रचा गया है और उसी के लिए रचा गया है।
इब्रानियों 1:1-3
परमेश्वर ने अतीत में नबियों के द्वारा अनेक अवसरों पर अनेक प्रकार से हमारे पूर्वजों से बातचीत की। 2 किन्तु
इन अंतिम दिनों में उसने हमसे अपने पुत्र के माध्यम से बातचीत की, जिसे
उसने सब कुछ का उत्तराधिकारी नियुक्त किया है और जिसके द्वारा उसने समूचे
ब्रह्माण्ड की रचना की है। 3 वह
पुत्र परमेश्वर की महिमा का तेज-मंडल है तथा उसके स्वरूप का यथावत
प्रतिनिधि। वह अपने समर्थ वचन के द्वारा सब वस्तुओं की स्थिति बनाये रखता
है। सबको पापों से मुक्त करने का विधान करके वह स्वर्ग में उस महामहिम के
दाहिने हाथ बैठ गया।
इफिसियों 3:9
कि
मैं सभी लोगों के लिए उस रहस्यपूर्ण योजना को स्पष्ट करूँ जो सब कुछ के
सिरजनहार परमेश्वर में सृष्टि के प्रारम्भ से ही छिपी हुई थी।
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