इस जीवन में एक मानक है? आत्मज्ञान के कई मार्ग है? धर्मी कौन है? बहुत से लोग इन प्रश्न हैं ?
यीशु में विश्वास यीशु में एक शुद्ध जीवन जीना चाहिए . विश्वासियों अनुग्रह के विषय को समझने की जरूरत है.
क्योंकि वे अपने पापों के नरक में निंदा की गई . मसीह के क्रूस जीवन लाती है . यीशु ने एक परिपूर्ण जीवन रहते थे और मसीह को निधन हो गया . उन्होंने कहा कि मृत्यु पर विजय प्राप्त की . तो आस्तिक यीशु प्यार करने की इच्छा. वे मोक्ष कमा नहीं सकते हैं, लेकिन यह प्यार में किया जाता है .
पवित्र आत्मा यीशु में विश्वासी मार्गदर्शन करेंगे . पवित्र आत्मा सुधारों मानव हृदय , मानव हृदय से अलग हो जाएगा . व्यक्ति यीशु में एक शुद्ध जीवन की इच्छा होगी .
एक व्यक्ति यीशु को अस्वीकार तो व्यक्ति पापी जीवन की इच्छा होगी . एक व्यक्ति पापों तो पापों व्यक्ति अंधा जाएगा. बुरी इच्छाओं व्यक्ति को नष्ट कर देगा . एक व्यक्ति यीशु के क्रूस के लिए मना कर दिया , तो भगवान , मानव जाति की बुरी इच्छाओं को सजा देंगे . यीशु के क्रूस के एक व्यक्ति भुना सकते हैं , लेकिन कुछ लोग सत्य को अस्वीकार कर देंगे .
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