Translate

Monday, June 22, 2015

सच और झूठ

एक व्यक्ति का पालन कर सकते हैं कि दो आवाज़ें भी शामिल हैं। सच है कि एक आवाज है। झूठी है कि एक आवाज है।

मैं सच आवाज समझा जाएगा। सच आवाज परमेश्वर है। यीशु सच है। एक व्यक्ति और अपने पापों से पश्चाताप तो उसे पालन करें। तो उस व्यक्ति को भगवान का अनुभव होगा। वह व्यक्ति प्रभु की इच्छा की इच्छा होगी

बाइबिल ज्ञान दे देंगे।

फिर एक झूठ बोल आवाज नहीं है। झूठ का पिता शैतान है यह शैतान सच्चाई पेश करती है कि लगता है। लेकिन शैतान झूठ अध्यापन यह भगवान के कानूनों का उल्लंघन करने के कारण दुनिया शैतान के शिक्षण चाहते हैं जाएगा।

एक व्यक्ति तो सच्चाई चाहता है तो उस व्यक्ति को यीशु का पालन करने की जरूरत है।



नीतिवचन 15:4

 जो वाणी मन के घाव भर देती है, जीवन—वृक्ष होती है; किन्तु कपटपूर्ण वाणी मन को कुचल देती है।

No comments:

Post a Comment