मैं नूह की तरह एक व्यक्ति को क्रोध से बच सकते हैं कि अच्छी खबर है। यीशु के अनुयायी नूह की तरह यीशु के क्रोध का सामना नहीं होगा।
भगवान अपने तरीके इच्छाओं कि दिल की बात आती है। उन्होंने कहा कि दंडित करने के लिए नहीं चाहता है, लेकिन वह हमारे पापों को दंडित करना चाहिए।
यीशु के क्रूस माफी ला सकते हैं। केवल यीशु एकदम सही है और हमें सही बलिदान दे। यीशु के क्रूस मानव जाति के लिए यह बताते हैं।
दुनिया नूह के दिनों की तरह अधिक पापी बन जाएगा। लेकिन अच्छी खबर यह है कि यीशु के दूसरे वापसी जल्द ही आ रहा है।
उत्पत्ति 6:1-8
पृथ्वी पर मनुष्यों की संख्या बढ़ती रही। इन लोगों के लड़कियाँ पैदा हुईं। परमेश्वर के पुत्रों ने देखा कि ये लड़कियाँ सुन्दर हैं। इसलिए परमेश्वर के पुत्रों ने अपनी इच्छा के अनुसार जिससे चाहा उसी से विवाह किया। इन स्त्रियों ने बच्चों को जन्म दिया।
तब यहोवा ने कहा, “मनुष्य शरीर ही है। मैं सदा के लिए इनसे अपनी आत्मा को परेशान नहीं होने दूँगा। मैं उन्हें एक सौ बीस वर्ष का जीवन दूँगा।”इन दिनों और बाद में भी नेफिलिम लोग उस देश में रहते थे। ये प्रसिद्ध लोग थे। ये लोग प्राचीन काल से बहुत वीर थे।
5 यहोवा ने देखा कि पृथ्वी पर मनुष्य बहुत अधिक पापी हैं। यहोवा ने देखा कि मनुष्य लगातार बुरी बातें ही सोचता है। 6 यहोवा को इस बात का दुःख हुआ, कि मैंने पृथ्वी पर मनुष्यों को क्यों बनाया? यहोवा इस बात से बहुत दुःखी हुआ। 7 इसलिए यहोवा ने कहा, “मैं अपनी बनाई पृथ्वी के सारे लोगों को खत्म कर दूँगा। मैं हर एक व्यक्ति, जानवर और पृथ्वी पर रेंगने वाले हर एक जीवजन्तु को खत्म करूँगा। मैं आकाश के पक्षियों को भी खत्म करुँगा। क्यों? क्योंकि मैं इस बात से दुःखी हूँ कि मैंने इन सभी चीजों को बनाया।”
8 लेकिन पृथ्वी पर यहोवा को खुश करने वाला एक व्यक्ति था—नूह।
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