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Monday, October 6, 2014

दो इतिहास का इतिहास

दुष्ट इच्छा मृत्यु वे गुस्सा हो जाता है. दुष्ट बदनामी और अन्य क्षेत्रों में समस्या है. वे पापी स्वभाव से नियंत्रित कर रहे हैं. पापी स्वभाव बड़ी समस्या पैदा होगी. एक व्यक्ति को अपने जीवन में भगवान नहीं है, तो फिर वे बुरी बातें बढ़ावा देंगे.

यीशु में धर्मी दिल में प्यार होना चाहिए. धर्मी प्रार्थना कर सकते हैं और भगवान उस व्यक्ति को मदद मिलेगी.

आस्तिक एक बेहतर इच्छा होगी और वे व्यक्ति आशीष देगा. मैं चीजों को तो भगवान महिमा प्राप्त होगा तब हो जब प्रार्थना करने के लिए प्यार करता हूँ.

हमारे शब्द दिल में व्यक्ति मंशा दिखाई देंगे. वे एक नया दिल की जरूरत है क्योंकि दुष्ट आत्मा का फल नहीं हो सकता. आस्तिक भगवान पर भरोसा करने की जरूरत है. भगवान एक व्यक्ति को अच्छे चरित्र लाना होगा. आस्तिक भगवान के ज्ञान में वृद्धि करने की जरूरत है.



नीतिवचन 12:6

 दुष्ट के शब्द घात में झपटने को रहते हैं। किन्तु सज्जन की वाणी उनको बचाती है।

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